आरामदायक और साफ़-सुथरा घर
आज के ज़माने में बनने वाले आधुनिक घर कोल्ड और इमोशनलेस नहीं होते। दिखने में ये घर कोई म्यूजियम या डॉकटर का कलीनिक भी नहीं लगते। सो, आप घर में सकारात्मक बदलाव चाहते हैं, तो ढेर सारी कुर्सियों और भारी पर्दे का तामझाम ख़त्म कर दीजिए। एक शांत, आरामदायक और साफ़-सुथरा घर बनाने के लिए फ़र्नीचर और झाड़-फ़ानूस का इस्तेमाल कम-से-कम करना चाहिए। इससे घर का सौंदर्य बढ़ेगा और मन मस्तिष्क पर भी सकारात्मक असर दिखाई देगा।
इन पर ध्यान दें
तरीक़ा:
ऩशा जटिल नहीं होना चाहिए, ताकि उसे समझने में कोई दि़क़त न हो। साफ़-सफ़ाई और बेहतर रखरखाव की प्राथमिकता होनी चाहिए। वेल्वेट, साटिन, लिनन और सिल्क का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
स्लीक:
रोगन की हुई अलमारी, ऊपरी सतह पर ग्रेनाइट का काम, चिकने पत्थर और स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल।
साफ़-सुथरा और व्यवस्थित
मॉडर्न होम में अनावश्यक चीज़ें नहीं मिलतीं। हालांकि कई बार अपनी मनपसंद चीज़ को आसानी से छोड़ना मुश्किल होता है, सो बेहतर होगा कि ऐसी चीज़ों को किसी अलमारी में रख दिया जाए। खुला-खुला और रोशन घर में ढेर सारे शीशे लगाने चाहिए। साफ़ शीशे वाली खिड़कियां हों, तो बढ़िया।
घर के अंदर की रोशनी को बेहद सावधानी से प्लेस करना चाहिए। गंदे लटकते तार और भड़कीले झाड़-फ़ानूस जैसी कोई चीज़ नहीं होनी चाहिए। पीछे की ओर जड़ी हुई लाइट, सुंदर लैंप और डीमर्स भी हों, तो अच्छा है।
हो जिंदा दिली की बात
घर के इंटीरियर्स में हमेशा नेचुरल, सफ़ेद, मटमैले भूरे रंग का ही चयन करें। कमरे के सामानों का रंग एक-दूसरे से मैच करना चाहिए। ऐसा करने से घर बुझा हुआ महसूस नहीं होगा। ज़ेब्रा प्रिंट का कुशन, एक जीवंत लैंप और जोश से भरी दीवार ही आपके घर के सौंदर्य को कई गुना बढ़ा देगी।

No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.